बड़ोदिया तालाब के ग्राम वासियों ने सड़क निर्माण की मांग करते समय एक अनौपचारिक तरीका अपनाया है। इसके बिना, वे मतदान में भाग नहीं लेंगे। ग्राम के पूराने सड़क मार्ग पर वाहन चलाने में कई समस्याओं के बावजूद, इस पर अब तक कोई नयी डामर सड़क नहीं बन पाई है। ग्रामवासियों ने इस मुद्दे को जनप्रतिनिधियों के साथ कई बार उठाया है, लेकिन फिर भी सड़क निर्माण नहीं हुआ। मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान ग्राम वासियों ने फिर से मांग प्रस्तुत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके परिणामस्वरूप, सभी ग्राम वासियों ने निर्माण कार्य पूरा नहीं होने पर आने वाले विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है और विरोध दर्ज किया है।
मध्यप्रदेश के नरसिंहगढ़ जिले में स्थित बड़ोदिया तालाब के ग्राम वासियों ने सड़क निर्माण के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया है, जिसमें वे मतदान में भाग लेने की आपत्ति कर रहे हैं। इसके पीछे का कारण है, कि इस ग्राम को टूटी-फूटी डामर सड़क के बिना अपने तालाब तक पहुंचना पड़ता है, और उन्होंने इस समस्या का समाधान पाने के लिए एक अद्वितीय दृष्टिकोण दिखाया है।
बड़ोदिया तालाब क्षेत्र में स्थित ग्राम बड़ोदिया के लोगों ने प्राचीन समय से ही एक पुरानी सड़क मार्ग का सहारा लिया है, जो पश्चिम दिशा की ओर गांधी ग्राम से जाता है। लेकिन समय के साथ, इस सड़क का डामर पूरी तरह से उखड़ चुका है, और वाहन चलाने में ग्रामीणों को बड़ी मुश्किलें हो रही हैं। यह समस्या न केवल ग्राम के नागरिकों के लिए बल्कि लगभग एक दर्जन से अधिक ग्रामों के लिए भी है, जिन्हें इस सड़क से गुजरना होता है।
ग्राम वासियों ने इस समस्या को समझा और कई बार अपनी जन प्रतिनिधियों से सड़क निर्माण की मांग की, लेकिन फिर भी सड़क निर्माण नहीं हुआ। उन्होंने अपने मुख्यमंत्री जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान भी इस मुद्दे को उठाया और सड़क निर्माण की मांग को लेकर आवेदन दिया, लेकिन इसके बावजूद अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
इसके परिणामस्वरूप, ग्राम बड़ोदिया तालाब के सभी नागरिकों ने मिलकर निर्णय लिया कि जब तक सड़क निर्माण का कार्य नहीं होता, वे आने वाले विधानसभा चुनाव में मतदान करने से इंकार करेंगे। इस निर्णय के साथ ही, ग्राम वासियों ने एक बैनर लगाया और नारे बाजी की, जिससे वे अपनी मांग को सार्वजनिक रूप से प्रकट किया।
इस अद्वितीय प्रक्रिया के पीछे का उद्देश्य ग्राम वासियों की मांगों को महत्वपूर्णता देने का था। उन्होंने दिखाने का प्रयास किया कि वे सड़क निर्माण की मांग के लिए तैयार हैं
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