नरसिंगढ शहर में सुअरो के आतंक के खिलाफ लोग लामबंद ,रैली निकाल कर एसडीएम को ज्ञापन सौपा। सुअरो को करे शहर से बहार।
दो दिन पहले नगर में आवारा सुअरो के हमले से बालक की हुई दर्दनाक मोत से आक्रोसित लोगो ने सोमवार को विधायक गिरीश भंडारी के नेतृत्व में धरना प्रदर्सन वा आंदोलन किया। स्थानिय नीम चौराहे पर सुबह साढ़े बजे आयोजित धरना प्रदर्सन को सम्बोधित करते हुए विद्यायक भंडारी ने कहा है। की इन दिनों नगर में आवारा सुअरो का आतंक छाया हुआ है। नगर की सडको पर यह आवारा मवैसी खुलेआम घूमते हुए देखे जा सकते है। इन सुअरो के हमले से हाल ही मै हुई एक युवक की मोत के बाद भी नपा द्वारा सुअरो को नगर से बहार कारने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया जो बेहद शर्मनाक है। विधायक ने नपा को अड़े हातो लेते हुए तीन दिनों के भीतर पुरे नगर से आवारा सुअरो बहार नहीं छोड़ने पर आमरण अनसन की
चेतावनी दी है। धरना प्रदशन में मौजूद अन्य लोगो ने भी आवारा सुअरो की बढ़ती संख्या और इनसे प्रदूशित हो रहे नगर के माहौल सुधारने में नपा द्वारा बढ़ती जा अनियमीयता पर नगरपालिका को जमकर कोशा उल्लेखनीय है की दो दिन पहले नजरबाग निवासी सोनू पिता रामकिसन कुशवाह की सुअरो के हमले से मृत्यु हो गई थी। इस गटना को लेकर नागरिको में नपा के खिलाप आक्रोश वियप्त है।
निकली रैली निकाल कर सुअरो को शहर से बहार करने का ज्ञापन सोपा।
विरोद में प्रदर्शन करते हुए नागरिको ने नगर में एक रैली निकली ,जो नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंची। यह विद्यायक एवं नागरिक द्दारा एसडीएम एमएस मालवीय को ज्ञापन सोपकर शीघ्र नगर से इन आवारा सुअरो को बहार करने की मांग के। इस दौरान उपस्थितजानो ने नपा के खिलाप नारेवाजी भी की
इसलिए मंशाहारी बने यह जीव
पहले जब घरो में कच्चे शोचालय हुआ करते थे। पशुपालन नागर में सुअरो की जरुरत समझते हुए इन्हे पालते थे। लेकिन वर्तमान मै नगर मै कच्चेसोचालय नहीं है जिसके चलते नगर मै सूअर केवल माहोल को दूषित करने का कार्य कर रहे है। जानकारी के अनुसार इन सुअरो का मास खाने की आदत पड़ गई है इसकी ललक मै यह जानवर आम नागरिको पर हमला बोल रहे है।
पहले भी हो चुकी घटना
यह पहला मामला नहीं है ,जब सुअरो के हमले से किसी व्यक्ति की जान गई है। पहले भी लगभग दो वर्षो पूर्व बरद्वारी छेत्र निवासी एक बालक सूअर के खा लेने से मोत हो गई थी। जिसके बाद स्थानी लोगो ने सूअर को नगर के बहार करने की माग की थी।लेकिन आज तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई और सुअरो की संख्या में लगातार इजाफ होता चला जा रहा है। पुरे मामले में सूअर पशुपालक बराबर के दोशी है। क्योकि वह सुआरो को बेचते समय पकड़ते है। और उनके पालन -पोषण पर ध्यान न देते हुए शुद्ध मुनाफा कमाते है।
तुरन्त कार्यवाही के निर्देश दिए है।
बालक के मोत बड़ी कास्टप्रद् गटना है। मामले की गंभीरता और स्थानी नागरिको की माग पर तीन दिबस के भीतर इन जानवरो को नगर से खदेड़ने के लिए नपा को आदेशित किया है। आमजन भी इन जानवरो के सूचना प्रसासन को दे सकते है। मामले में तुरंत करवाई के निर्देश जारी किए है।
-एम.एस.मालवीया
SDM - Narsinghgarh
इसलिए मंशाहारी बने यह जीव
पहले जब घरो में कच्चे शोचालय हुआ करते थे। पशुपालन नागर में सुअरो की जरुरत समझते हुए इन्हे पालते थे। लेकिन वर्तमान मै नगर मै कच्चेसोचालय नहीं है जिसके चलते नगर मै सूअर केवल माहोल को दूषित करने का कार्य कर रहे है। जानकारी के अनुसार इन सुअरो का मास खाने की आदत पड़ गई है इसकी ललक मै यह जानवर आम नागरिको पर हमला बोल रहे है।
पहले भी हो चुकी घटना
यह पहला मामला नहीं है ,जब सुअरो के हमले से किसी व्यक्ति की जान गई है। पहले भी लगभग दो वर्षो पूर्व बरद्वारी छेत्र निवासी एक बालक सूअर के खा लेने से मोत हो गई थी। जिसके बाद स्थानी लोगो ने सूअर को नगर के बहार करने की माग की थी।लेकिन आज तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई और सुअरो की संख्या में लगातार इजाफ होता चला जा रहा है। पुरे मामले में सूअर पशुपालक बराबर के दोशी है। क्योकि वह सुआरो को बेचते समय पकड़ते है। और उनके पालन -पोषण पर ध्यान न देते हुए शुद्ध मुनाफा कमाते है।
बालक के मोत बड़ी कास्टप्रद् गटना है। मामले की गंभीरता और स्थानी नागरिको की माग पर तीन दिबस के भीतर इन जानवरो को नगर से खदेड़ने के लिए नपा को आदेशित किया है। आमजन भी इन जानवरो के सूचना प्रसासन को दे सकते है। मामले में तुरंत करवाई के निर्देश जारी किए है।
टूरिस्ट प्लेस के लिये जरुरी है सूअर मुक्त शहर।
सुअरो की जरुरत उस समय थी जब शहर के लोग खुले में सोच करते थे।
सुअरो की जरुरत उस समय थी जब शहर के लोग खुले में सोच करते थे।
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